प्रवासी जाट अधिवेशन बेंगलूरू में देशभर के जाटों ने की शिरकत

September 18, 2022

प्रवासी जाट अधिवेशन बेंगलूरू में देशभर के जाटों ने की शिरकत

(टाउन हॉल में हुआ अंतराष्ट्रीय जाट संसद का ऐतिहासिक आयोजन)

(साउथ इंडिया के सभी प्रदेशों में जाट समाज को ओबीसी कोटे में शामिल करने का लिया प्रस्ताव)

बेंगलूरू रवि पथ न्यूज़ : –

टाउन हॉल रविवार को सामाजिक एकता के रंग में रंगा नजर आया यह मौका था अंतराष्ट्रीय जाट संसद द्वारा आयोजित प्रवासी जाट अधिवेशन का जिसमें विभिन्न संस्कृतियों मैं निवास कर रहे जाट समुदाय के लोगों ने फूलों की नगरी बेंगलुरु में चार चांद लगाने पहुंचे कार्यक्रम में देश भर से जाट समाज के जनप्रतिनिधियों सहित दक्षिण भारत में रह रहे प्रवासी जाटों ने अपनी परंपरागत वेशभूषा पगड़ी और कुर्ते में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

प्रवासी जाट अधिवेशन में पधारे सभी मेहमानों का अंतराष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक रामावतार पलसानिया व अंतराष्ट्रीय जाट संसद की संयोजक पीएस कलवानिया ने जाट समाज की आन बान और शान पगड़ी, जाट संसद का दुपट्टा व पुष्प कुछ भेंट कर सभी का स्वागत सत्कार किया।

वक्ताओं ने कला, शिक्षा, साहित्य, संस्कृति, इतिहास और रोजगार सर्जन के मुद्दों को लेकर समाज को जागरूक रहने व अपने गौरवशाली अतीत को जन जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया और समाज को सामाजिक और राजनीतिक रूप से मजबूत रहने का आवाहन किया।

साउथ इंडिया के कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल, लक्ष्यदीप, अंडमान निकोबार दीप समूह, पद्दूचेरी सहित गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, मध्यप्रदेश व पश्चिम बंगाल में निवास कर रहे समाज बंधुओं के साथ साथ देशभर से समाज बंधुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

प्रवासी जाट अधिवेशन में मुख्य अतिथि गुजरात के गवर्नर आचार्य देवव्रत ने कहा कि आज समाज को सामाजिक ताने-बाने को फिर से मजबूत करने की सबसे बड़ी आवश्यकता है अपने गौरवशाली अतीत को याद करते हुए कौम के महापुरुषों को सम्मान देना चाहिए उनको याद करते हुए हमें भविष्य की बुनियाद को मजबूत करने के लिए सामाजिक रूप से एकजुट होने की बड़ी जरूरत है इस आधुनिक युग में सबसे बड़ी जरूरत शिक्षा और व्यापार की है हमारे युवाओं को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान ने कहा कि समाज हमारा गौरवशाली अतीत रहा है और आज उस अतीत के दम पर ही हम सब सामाजिक राजनीतिक कार्य कर पा रहे हैं भविष्य में भी हम सबको मिलकर 36 कोम के सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करने की जरूरत है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि क्या आज किसान विरोधियों की हालात बहुत खराब है इसलिए जाट समाज को भी अपने सामाजिक दायित्व को निभाते हुए किसान बिरादरी को मजबूत करने की जरूरत है और जब जाट समाज जागरूक होगा तो फिर से किसान कोम का झंडा अपने नेतृत्व में बुलंद करेगा।

अंतराष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक रामावतार पलसानियां ने अपने संबोधन में बताया कि “प्रवासी जाट अधिवेशन” में सभी समाज बंधुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया पलसानिया ने आव्हान किया कि सामाजिक एकता, रोजगार सर्जन, कला, शिक्षा व साहित्य की तरफ ध्यान देने की बात कही साथ ही साथ समाज के गौरवशाली अतीत को याद करने व जाट इतिहास को पढ़ने की जरूरत बताई और एक बार फिर से दीनबंधु रहबरे आजम सर छोटूराम, चौधरी चरण सिंह, ताऊ देवीलाल की तरह 36 कोम और बिरादरीयो का नेतृत्व करते हुए पूरी दुनिया में जाट नेतृत्व का लोहा फिर से मनवाने के लिए काम करना होगा यह काम विश्व जाट एकता व सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करके ही किया जा सकता है इसके लिए हमें सभी समाज बंधुओं को एक मंच, एक जाज़म पर आकर आपसी सौहार्द पूर्ण भाईचारे की बात करनी पड़ेगी। सभी समाज बंधु प्रवासी जाट अधिवेशन बेंगलूरू से दक्षिण भारत में विश्व जाट एकता की आवाज़ बुलंद कर सामाजिक ताने बाने को मज़बूत करने का संकल्प लेंगे जिस आने वाली पिंडियों के भविष्य कि बुनियाद मज़बूत होगी।

अंतराष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक पीएस कलवानियां ने अपने संबोधन में बताया कि प्रवासी जाट अधिवेशन क़ौम की एकता के लिए एतिहासिक रहा, इस एतिहासिक आयोजन में साउथ इंडिया के साथ साथ हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश से भी भारी संख्या में समाज बंधुओं ने भाग लिया, आज जाट समाज का सामाजिक और राजनीतिक नेतृत्व कमजोर हो चुका है, जाट समाज के युवा और बुजुर्गों को सोचने समझने की जरूरत है समय रहते परिस्थिति को नहीं समझे तो आने वाले समय में हालात बद से बदतर हो सकते हैं समाज को फिर से एकजुट होकर अपनी एकता की ताकत दिखानी होगी इसी ताकत को दिखाने के लिए साउथ इंडिया में भी जाट समाज को इकट्ठा करके एक मैसेज देने का प्रयास किया है जो सफल रहा, नॉर्थ इंडिया में नहीं साउथ इंडिया में भी जाट समाज की बड़ी संख्या है जो शिक्षा और रोजगार से संपन्न लोग हैं समाज की रीति और नीति को जोड़कर आज भी चल रहे हैं इसलिए सबको एक मंच पर आकर सामाजिक कुरीतियों को खत्म करते हुए समाज के सुनहरे भविष्य की बुनियाद लिखना वर्तमान समय में बहुत जरूरी हो गया।

इन्होंने किया संबोधित…

मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कमल पटेल, हरियाणा के कैबिनेट मंत्री चौधरी रणजीत सिंह चौटाला, चरखी दादरी हरियाणा से विधायक सोमवीर सांगवान, भरतपुर जाट रियासत के वर्तमान युवराज अनिरुद्ध सिंह भरतपुर, दक्षिण भारत के कारोबारी राम सिंह कुल्हरी, तेलंगाना जाट समाज के अध्यक्ष दुधाराम बावल

“प्रवासी जाट अधिवेशन” के मुख्य आकर्षण ये रहे :-

1. जाट प्रतिभाओं का सम्मान…

इस ऐतिहासिक आयोजन में जाट प्रतिभाओं का सम्मान किया जिसमें शिक्षा, समाज सेवा, सैन्य सेवा, प्रशासन, वाणिज्य, खेल, विज्ञान, पत्रकारिता, चिकित्सा सहित विशिष्ट क्षेत्रों में समाज का नाम रोशन करने वाली विशिष्ट प्रतिभाओं का सम्मान किया।

2. समाज के गौरवशाली इतिहास पर हुआ चिंतन मनन…

संपूर्ण विश्व भर में जाट जाति की उत्पत्ति और मानव विकास में उल्लेखनीय योगदान पर इतिहासकारों द्वारा लिखित शोध ग्रंथ एवं प्रख्यात शिक्षाविदो द्वारा वैज्ञानिक दृष्टिकोण से विकसित ऐतिहासिक जाट विरासत पर सार्थक चिंतन और मनन हुआ हुआ।

3. समाज की दिग्गज हस्तियों ने कि शिरकत…

प्रवासी जाट अधिवेशन में देश भर में अपने नेतृत्व का लोहा मनवाने वाले शिक्षाविद, प्रशासनिक अधिकारी, कृषक, वैज्ञानिक, समाजसेवी, बॉलीवुड बॉलीवुड के कलाकार, दिग्गज राजनीतिज्ञ, उद्योग, व्यापार जगत की महान हस्तिया रही उपस्थित।

4. जाट संस्कृति की अद्भुत प्रस्तुति…

जाट समाज की संस्कृति के संवाहक लोक कलाकारों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय लीलन घोड़ी नृत्य, जाट रागिनी के तराने और वीर रस की शौर्य पूर्ण रचनाओं की देशभर के ख्याति प्राप्त कलाकारो ने दी प्रस्तुतियां।

5. सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ प्रस्ताव…

समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन हेतु समाज बंधुओं को जागरूक कर नशा मुक्त समाज की स्थापना करने हेतु जन जागरण अभियान की शुरुआत “प्रवासी जाट अधिवेशन बेंगलुरु” से हुई।

दक्षिण भारत मैं जाट समाज की सभी सामाजिक संस्थाओं ने आए हुए मेहमानों का किया नागरिक अभिनंदन।