फिल्म का राजनीतिकरण भाजपा की एक कुटील साजिश का हिस्सा-एडवोकेट खोवाल

March 16, 2022

फिल्म का राजनीतिकरण भाजपा की एक कुटील साजिश का हिस्सा-एडवोकेट खोवाल

आपदा में अवसर ढूंढना भाजपा की कुटील राजनीति का हिस्सा- एडवोकेट खोवाल

दी कश्मीर फाइल पर भाजपा के प्रोपगेंडा पर जताई कड़ी आपत्ति

हिसार, 16 मार्च  रवि पथ :

हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट की जिला इकाई की एक महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को कोर्ट कॉंम्पलेक्स में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रतन सिंह पानू ने की, वहीं डिपार्टमेंट के प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल विशेष तौर पर उपस्थित हुए। बैठक में बीजेपी द्वारा बॉलीवुड फिल्म दी कश्मीर फाइल का जानबूझ कर किए जा रहे राजनीतिकरण पर गहरा रोष प्रकट करते हुए कड़ी आपत्ति जताई गई।
बैठक को संबोधित करते हुए एडवोकेट खोवाल ने कहा कि बीजेपी सरकार की नीति हमेशा से ही विभाजनकारी रही है। बॉलीवुड फिल्ड दी कश्मीर फाइल इसी षडय़ंत्र का हिस्सा है। इस फिल्म को भाजपा पूरी तरह से राजनीतिक हवा दे रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें कश्मीर से पलायन करने वाले कश्मीरी पंडितों व उनके परिजनों के साथ पूरी हमदर्दी है, लेकिन जिस तरीके से इस फिल्म को राजनीतिक रूप दिया जा रहा है, वह अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने हैरानी जताई कि अगर फिल्म को सत्यता की कसौती पर भी परखें तो जब उक्त प्रकरण हुआ था, उस समय राज्य सरकार बर्खास्त थी और केंद्र में वीपी सिंह की सरकार थी, जो भाजपा के सहयोग से ही चल रही थी, लेकिन उस समय भाजपा या उनके समर्थकों ने इस बारे में कोई आवाज नहीं उठाई और अब इसे राजनीति का रूप देकर दो वर्गों को बांटने का काम किया जा रहा है।
कांग्रेस के शासनकाल में नहीं हुआ कश्मीरी पंडितों का पलायन
एडवोकेट खोवाल ने कहा कि 1990 से पहले 45 वर्षों तक कश्मीरी पंडितों का पलायन नहीं हुआ। अगर भाजपा नेता लाल कृष्ण अडवानी ने रथयात्रा न निकाली होती और पूरे भारत में मुसलमानों के खिलाफ माहौल न बनाया होता तो कश्मीर से भी कश्मीरी पंडितों के खिलाफ माहौल नहीं बनता। भाजपा खुद पहले दंगों की पृष्ठभूमि तैयार करती है और उससे होने वाले विनाश को राजनीतिक तौर पर भुनाया जाता है। आपदा पैदा करना और फिर उसी आपदा में अवसर ढूंढना भाजपा की कुटील राजनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी को कश्मीरी पंडितों से इतनी ही हमदर्दी होती तो पिछले आठ साल से शासन के बावजूद उनकी वापसी का कोई प्रयास क्यों नहीं किया गया।
खुद शहीदों के परिजन भी जता चुके हैं आपत्ति
उन्होंने कहा कि उक्त फिल्म में स्क्वार्डन लीडर रवि खन्ना की पत्नी निर्मल खन्ना ने भी दिखाए गए कुछ दृश्यों पर आपत्ति जताई थी, जिनकी पिटीशन पर जम्मु कश्मीर की एक अदालत ने उक्त दृश्यों को हटाने के इंटेरिम आदेश जारी किए थे। इससे साफ जाहिर है कि भाजपा के इशारे पर इस फिल्म को पूरी तरह से राजनीतिक रंग दिया जा रहा है जो एक स्वच्छ लोकतंत्र के लिए अत्यंत घातक है। उन्होंने कहा कि देश प्रदेश की जनता अब भाजपा की इस साजिश को अच्छी तरह से समझ चुकी है और आपसी एकता से भाजपा के इस कुटील षडय़ंत्र का करारा जवाब दिया जाएगा। इस मौके पर रतन सिंह पान्नू जिला अध्यक्ष, राज कपूर बामल एडवोकेट, पवन तुंदवाल एडवोकेट, राजेश शयोकंद एडवोकेट, निशी भार्गव एडवोकेट, संदीप बिश्नोई एडवोकेट, पृथ्वी सिंह सैनी एडवोकेट, ओम प्रकाश धतरावल एडवोकेट, गौरव टूटेजा एडवोकेट, नरेश पंघाल एडवोकेट, राजेश पंवार एडवोकेट, आईना वर्मा एडवोकेट, विपिन सलेमगढ़ एडवोकेट, हिमांशु आर्या, साहिल वर्मा, दीपिका जांगड़ा, कुसुम वर्मा, विक्टर डेविड, ओम प्रकाश बजाज सहित अन्य अधिवक्तागण मौजूद थे।