बीजापुर हमले में अगवा कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मनहास रिहा, पत्‍नी बोलीं- मेरे जीवन में सबसे खुशी का दिन

April 8, 2021

बीजापुर हमले में अगवा कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मनहास रिहा, पत्‍नी बोलीं- मेरे जीवन में सबसे खुशी का दिन

रवि पथ :

बीजापुर हमले में अगवा कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मनहास रिहा, पत्‍नी बोलीं- मेरे जीवन में सबसे खुशी का दिनबीजापुर हमले में अगवा किए गए कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मनहास को नक्सलियों ने रिहा कर दिया है।

बीजापुर हमले के दौरान अगवा किए गए कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मन्हास को नक्सलियों ने रिहा कर दिया है। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। राकेश्वर सिंह मन्हास को सुरक्षित छुड़ाने के लिए लगातार कोशिशें की जा रही थीं।

 

रायपुर, एजेंसियां। बीजापुर हमले के दौरान अगवा किए गए कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मनहास को नक्सलियों ने रिहा कर दिया है। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। राकेश्वर सिंह मनहास को सुरक्षित छुड़ाने के लिए लगातार कोशिशें की जा रही थीं। सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मनहास का परिवार इस वाकए की जानकारी के बाद से गहरे सदमे में था।

 

कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मनहास को छुड़ाए जाने के बाद से उनके परिवार में खुशी का माहौल है। उनकी पत्नी मीनू मनहास ने कहा कि मैं ईश्‍वर का, केंद्र और छत्तीसगढ़ सरकार के साथ मीडिया और सेना का धन्यवाद करती हूं। आज मेरी जिन्दगी में सबसे खुशी का दिन है। मीनू मनहास ने यह भी बताया कि उन्‍हें अधिकारियों से उनके पति की सुरक्षित वापसी की जानकारी मिली है। उनके पति का स्‍वास्‍थ्‍य ठीक है।


राकेश्वर सिंह मनहास की मां कुंती देवी ने कहा कि आज मैं बहुत ज्यादा खुश हूं। जो हमारे बेटे को छोड़ रहे हैं उनका भी धन्यवाद करती हूं। भगवान का भी धन्यवाद करती हूं। जब सरकार की बात हो रही थी तो मुझे थोड़ा भरोसा तो था लेकिन यकीन नहीं हो पा रहा था।

समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मनहास को नक्सलियों द्वारा छोड़े जाने के बाद बीजापुर लाया गया है। कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मनहास को नक्सलियों द्वारा छोड़े जाने पर बीजापुर के SP ने कहा कि जैसे ही हमें पता चला कि हमारा एक जवान नक्सलियों के कब्जें में हैं… उसी वक्त हमने उन्हें छुड़ाने के प्रयास शुरू कर दिए थे। अभी डॉक्टर राकेश्वर सिंह मन्हास की चिकित्सा जांच कर रहे हैं।

मालूम हो कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में तीन अप्रैल को हुई मुठभेड़ के बाद अगवा किए गए जवान राकेश्वर सिंह मनहास की रिहाई के लिए नक्सलियों ने शर्तें रखी थीं। दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी की ओर से जारी दो पेज के पर्चे में कहा गया था कि सरकार पहले मध्यस्थ नियुक्त करे तब कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मनहास की रिहाई करेंगे। नक्सलियों ने जारी पर्चे में यह माना था कि इस मुठभेड़ में उनके कुछ साथी मारे गए हैं।

नक्‍सलियों ने पर्चे में दावा किया था कि सुरक्षा बलों के 14 हथियार और दो हजार कारतूस उनके पास हैं। नक्‍सलियों ने कहा था कि सरकार को बातचीत के लिए माहौल बनाना चाहिए। बता दें कि नक्‍सलियों के इस हमले में 22 सुरक्षाकर्मी वीरगति को प्राप्‍त हुए थे जबकि एक जवान था। बाद में खबर आई थी कि लापता जवान कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मनहास नक्‍सलियों की कैद में हैं।