मंत्री ओमप्रकाश यादव को नारनौल को जिले का दर्जा देने के लिए प्रबुद्ध नागरिकों ने सौंपा ज्ञापन

January 16, 2021

मंत्री ओमप्रकाश यादव को नारनौल को जिले का दर्जा देने के लिए प्रबुद्ध नागरिकों ने सौंपा ज्ञापन

नारनौल, 16 जनवरी रवि पथ  :

शनिवार को प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव से उनके आवास पर शहर के प्रमुख लोगों के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर नारनौल मुख्यालय को नारनौल का दर्जा दिलाए जाने के लिए मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने ज्ञापन में आग्रह किया कि एक नवंबर 1966 को जब हरियाणा अलग राज्य बना उस समय से ही सैशन जज एवं जिला उपायुक्त तथा पुलिस अधीक्षक कार्यालय नारनौल में ही रहे हैं। पहले दादरी डिवीजन भी महेंद्रगढ़ जिले में था, तब भी जिला मुख्यालय नारनौल ही रहा। पहले रेवाड़ी गुडग़ांव जिले में आता था। बाद में जब रेवाड़ी का समावेश जिला महेंद्रगढ़ में हुआ, तब भी जिला मुख्यालय नारनौल ही था। प्रतिनिधि मंडल ने यह तर्क दिया कि नारनौल की आबादी महेंद्रगढ़ से तीन गुणा अधिक है। साथ ही क्षेत्रफल की दृष्टि से नारनौल बहुत बड़ा है। इतिहास के अनुसार नारनौल ऐतिहासिक नगर है।

नारनौल च्यवन ऋषि एवं बाबा खेतानाथ की कर्मस्थली रही है। साथ ही संत श्री बाबा रामेश्वर दास की कर्मस्थली, पांडवों का प्रवास, मातृ-पितृ भक्त श्रवण कुमार का प्रवास भी नारनौल में रहा है। देश की आजादी से नारनौल संयुक्त पंजाब के अधीन था। इसलिए नारनौल को जिले का दर्जा दिया जाए।
ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से समाजसेवी वैद्य किशन वशिष्ठ, सुशील चौटाला, संदीप सिंह, दयानंद सोनी, ऋत्विक शर्मा, गोपाल जैन, संदीप जैन सहित अनेक प्रमुख लोग उपस्थित थे।