घरेलू हिंसा के शिकार बच्चे संरक्षण अधिकारी को फोन पर बता सकते हैं मन की बात : उपायुक्त

August 6, 2020

घरेलू हिंसा के शिकार बच्चे संरक्षण अधिकारी को फोन पर बता सकते हैं मन की बात : उपायुक्त
जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक में उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने दिए निर्देश

हिसार, 6 अगस्त रवि पथ :


यदि किसी बच्चे को घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ रहा है तो वह संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी बबीता चौधरी को उनके मोबाइल फोन पर अपने मन की बात बता सकता है। संरक्षण अधिकारी बबीता चौधरी द्वारा ऐसे बच्चों की काउंसलिंग की जाए और यदि अभिभावकों द्वारा बच्चे पर अन्याय किया जा रहा है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए।


यह निर्देश उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने आज कॉन्फ्रेंस कक्ष में जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के शोषण अथवा शारीरिक यातना की घटनाओं पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। लॉकडाउन के दौरान बच्चे व अभिभावकों का अधिकतर समय घरों में ही बीत रहा है। इस परिप्रेक्ष्य में ऐसा न हो कि किसी बच्चे को घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ रहा हो। उन्होंने कहा कि यदि किसी बच्चे के साथ को अपने घर अथवा पड़ोस में किसी दुव्यर्वहार अथवा हिंसा का सामना करना पड़ रहा है तो वह संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी बबीता चौधरी से उनके मोबाइल नंबर 9729011052 पर बात करके अपने मन की बात बता सकता है।


उपायुक्त ने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जिला के किसी भी स्कूल में बच्चों को शारीरिक दंड न दिया जाए। सभी स्कूल प्रबंधकों व संचालकों को इस नियम की अनुपालना के लिए पाबंद किया जाए। इसके लिए स्कूलों के सूचना पट्टï व बोर्ड पर बच्चों को जागरूक करने वाली जानकारियां प्रदर्शित की जाएं तथा उन्हें पोक्सो एक्ट आदि के संबंध में उन्हें प्रार्थना सभाओं में भी बताया जाए। उपायुक्त ने चाइल्ड लाइन 1098 के द्वारा बाल भिक्षुक के मामलों में पीएलए मार्केट, राम चाट भंडार व जिंदल चौक आदि स्थानों से बच्चों को पकडऩे के लिए स्थानीय पुलिस, एएचटीयू व क्राइम ब्रांच द्वारा आपसी समन्वय के साथ कार्य करने को कहा।


बैठक में डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्रर डॉ. प्रदीप हुड्डïा, जिला बाल कल्याण अधिकारी विनोद कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी अनिल शर्मा, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सुरेंद्र सैनी, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनीता यादव, संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी बबीता चौधरी, ओमप्रकाश रहेजा सहित अन्य अधिकारी व गैर सरकारी सदस्य भी मौजूद थे।