गांव-गांव में चलाया जाए नशा मुक्ति अभियान : एडीसी

August 31, 2020

गांव-गांव में चलाया जाए नशा मुक्ति अभियान : एडीसी

अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव ने जिला में नशा मुक्त भारत अभियान की कार्ययोजना की समीक्षा की

हिसार, 31 अगस्त  रवि पथ :

अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि जिला के गांव-गांव में नशा मुक्ति अभियान चलाया जाए और युवा पीढ़ी को नशे की प्रवृति से बचाया जाए। इसके लिए सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ अपनी-अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें। अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव आज अपने कार्यालय में नशा मुक्त भारत अभियान की कार्ययोजना की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने जिला में व्यापक अभियान चलाने के संबंध में अधिकारियों को व्यापक दिशा-निर्देश दिए।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि केंद्र सरकार ने नशे की प्रवृति तथा नशीली वस्तुओं की आपूर्ति पर रोक लगाने के लिए नशा मुक्त भारत अभियान शुरू किया है जिसमें हिसार जिला को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए सभी विभागों के सहयोग से कार्ययोजना को क्रियान्वित किया जाएगा।


उन्होंने कहा कि स्कूलों व कॉलेजों के विद्यार्थियों को नशे के दुष्परिणामों से अवगत करवाने के लिए गांवों में स्थित युवा क्लबों, गर्वित युवा, एनजीओ व विभिन्न सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। इनके साथ मिलकर इस प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा जिनमें ज्यादा से ज्यादा संख्या में युवा वर्ग को जोड़ा जाएगा। इन गतिविधियों में खेल, सेमिनार, शिक्षा, मनोरंजन आदि शामिल होंगी। उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों की भी काउंसलिंग करवाने तथा उन्हें बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पे्रेरित करने को कहा। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में क्लबों का गठन किया जाए।
अतिरिक्त उपायुक्त ने पुलिस अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि किसी भी शिक्षण संस्थान के 100 मीटर दायरे में नशीले पदार्थों की बिक्री न होने पाए।

इस कार्य में नगर निगम की भी मदद ली जाए। उन्होंने कहा कि सभी महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में एक-एक नोडल ऑफिसर नियुक्त किया जाए जो बच्चों को नशे से बचे रहने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों को ट्रेनिंग भी दी जाए। गांवों में सरपंचों को भी ग्रामीण युवाओं को समझाने तथा दुकानों पर नशीली वस्तुओं की बिक्री पर नजर रखने के लिए कहा जाए। उन्होंने नशे में लिप्त युवाओं के कौशल विकास की गतिविधियां चलाने को भी कहा।
एडीसी अनीश यादव ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग ग्राम स्तर पर कार्यरत आंगनवाड़ी वर्कर्स को महिलाओं को प्रेरित करने के लिए कहा जाए ताकि वे नशे की गिरफ्त में शामिल व्यक्तियों की जानकारी दे सके। उन्होंने गांवों में पंचायत स्तर पर लाइब्रेरी व खेल सुविधाओं को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।


जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. डीएस सैनी ने बैठक में अवगत करवाया कि जिला में दो सरकारी व 5 निजी नशा मुक्ति केंद्र चलाए जा रहे हैं जिनके माध्यम से नशा निषेध की गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे के दुष्परिणामों से अवगत करवाने के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
बैठक में एसीयूटी अंकिता चौधरी, डीएसडब्ल्यूओ डॉ. डीएस सैनी, डीएसपी राजबीर सैनी, सीएमजीजीए दीप ठक्कर, डीईओ अनिल शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनीता यादव, डीआईपीआरओ सुरेंद्र सैनी, डीईईओ धनपत सिंह, सीजेएम कार्यालय से रविंद्र कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।