फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर अधिकारियों की बैठक आयोजित

October 12, 2020

फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर अधिकारियों की बैठक आयोजित

हिसार, 12 अक्तूबर रवि पथ :

फसल अवशेष प्र्रबंधन को लेकर आज नगराधीश डॉ. अश्वीर नैन ने कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि अधिकारी ग्राम सभाओं की बैठक आयोजित कर किसानों को धान कटाई के बाद फसल अवशेषों को न जलाने बारे जागरूक करें। सीटीएम ने कहा कि धान की फसल के अवशेष जलाने से जहरीला धुंआ निकलता है जिससे वायु प्रदूषण फैलता है, जिसका मनुष्य के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। विशेषकर कोरोना काल में संक्रमित लोंगों को इससे खतरा और अधिक बढ़ सकता है।
नगराधीश ने कहा कि जिले में मुख्यत 141 गावों में धान की फसल उगाई जाती है। इनमें से पराली जलाने के मामले में 7 गांव रेड जोन, 16 गांव ऑरेंज जोन में तथा 118 गांव ग्रीन जोन में शामिल हैं। इन सभी गांव में विशेष जागरूकता गतिविधियां चलाई जाएं।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा फसलों केे अवशेष जलाने से रोकने के लिए उपमण्डल स्तर, खंड स्तर व गांव स्तर पर कमेटी का गठन किया गया है । उपमण्डल स्तर पर एसडीएम, खण्ड स्तर पर बीडीपीओ की अध्यक्षता में तहसीलदार व खण्ड कृषि अधिकारी एवं ग्राम स्तर पर कृषि विकास अधिकारी की अध्यक्षता में ग्राम सचिव, पटवारी एवं नंबरदार को कमेटी में शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि यह कमेटी फसलों के अवशेष न जलाने बारे किसानों को जागरूक करने के अलावा इससे होने वाले दुष्परिणामों बारे जानकारी देगी और फसल के अवशेष जलाने वालों पर निगरानी रखेगी। इसके बावजूद भी कोई किसान अगर धान की पराली व अन्य फसल अवशेष जलाता है तो संबंधित का चालान करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर नारनौंद एसडीएम विकास यादव, बरवाला एसडीएम राजेश कुमार, हांसी एसडीएम डॉ. जितेंद्र अहलावत, एसडीएम हिसार राजेंद्र सिंह, उपनिदेशक कृषि विभाग बलवंत सहारण, डीडीपीओ सूरजभान सहित कृषि विभाग से जुड़े अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन (12 डीआईपीआरओ फोटो 06 से 07) : सीटीएम डॉ. अश्वीर नैन अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए।