ई-मेल/एसएमएस के माध्यम से व्यापार सांझेदार के नाम पर होने वाली साइबर धोखाधड़ी से रहे सावधान : डीआईजी

July 29, 2021

ई-मेल/एसएमएस के माध्यम से व्यापार सांझेदार के नाम पर होने वाली साइबर धोखाधड़ी से रहे सावधान : डीआईजी

हिसार,   रवि पथ :

डीआईजी बलवान सिंह राणा ने नागरिकों को ई-मेल/एसएमएस के माध्यम से व्यापार सांझेदार के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी से आगाह किया है। उन्होंने बताया कि आम नागरिकों कोई-मेल/एसएमएस संदेश भेजकर व्यापार में सांझेदारी की पेशकश की जाती है। एक निवेशक के साथ एक नया व्यवसाय शुरू करने के लिए लोगों को आमंत्रित करने वाले ई-मेल, चैट या संदेश धोखेबाजों द्वारा भेजे जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि धोखेबाज, जो अमीर होने का दावा करता है, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ई-मेल, एसएमएस आदि के माध्यम से एक व्यापार प्रस्ताव की पेशकश करते हुए किसी भी नागरिक से संपर्क कर सकता है। कई बार जालसाज कहता है कि वह एक विदेशी नागरिक है और उसे भारत में एक भरोसेमंद साथी की तलाश है। वह ई-मेल/एसएमएस प्राप्त करने वाले को एक व्यावसायिक सांझेदारी की पेशकश करता है। धोखेबाजों का कहना है कि वे व्यापार स्थापित करने के लिए आपको एक बड़ी राशि भेजेंगे। वास्तव में यह सब करने के लिए वे ई-मेल/एसएमएस प्राप्तकर्ता को व्यापार की शुरुआती प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए दस्तावेज, सीमा शुल्क और अन्य करों के नाम पर अलग-अलग बैंक खातों में पैसा जमा करने के लिए कहते हैं।

राशि प्राप्त करने के बाद, जालसाज पीडि़तों से संपर्क तोड़ देते हैं और ट्रांसफर की गई धनराशि को चुरा लेते हैं। धोखेबाज पीडि़त के बैंक विवरण, पीडि़त की पहचान से संबंधित विवरण, क्रेडिट कार्ड विवरण आदि भी मांगते हैं, जिसका उपयोग आगे साइबर वित्तीय धोखाधड़ी करने के लिए किया जाता है।
डीआईजी बलवान सिंह राणा ने आमजन से अपील की है कि हमेशा ई-मेल/एसएमएस भेजने वाले की छानबीन करें, यदि आप उसे नहीं जानते हैं तो किसी अज्ञात स्रोत से आई सभी ई-मेल, अटैचमेंट फाइल और डेटा की सावधानीपूर्वक जांच कर डाउनलोड करें। किसी अज्ञात व्यक्ति की पहचान और विश्वसनीयता की पुष्टि किए बिना उसे पैसे भेजने से बचें। यदि आपने धोखेबाजों को अपने बैंक खाते की जानकारी पहले ही दे दी है, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें। यदि धोखेबाजों को सहयोग करना बंद करने के बाद भी कोई खतरा दिखाई देता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। ऐसी किसी भी घटना की जानकारी https://cybercrime.gov.in/ पोर्टल पर दें और सुरक्षा युक्तियों के बारे में अधिक जानकारी हेतु के लिए ट्विटर पर @CyberDost का अनुसरण करें।