कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए हर व्यक्ति को जल्द ट्रेस करके सैंपल लिए जाएं : उपायुक्त

September 1, 2020

कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए हर व्यक्ति को जल्द ट्रेस करके सैंपल लिए जाएं : उपायुक्त

उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने स्वास्थ्य अधिकारियों व टेस्टिंग लैब के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में कोविड की स्थिति की समीक्षा की

हिसार, 1 सितंबर रवि पथ ;


उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि जिला में कोविड मरीजों के सभी कॉन्टेक्ट्स को ट्रेस करके उनके सैंपल प्राथमिकता के आधार पर लिए जाएं ताकि यदि इनमें कोई व्यक्ति संक्रमित है तो उसकी पहचान व इलाज हो सके। यह कार्य कैंपेन मोड में किया जाए। उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी आज जिला सभागार में स्वास्थ्य अधिकारियों, अन्य विभागों के अधिकारियों तथा टेस्टिंग लैब प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक में कोविड की स्थिति की समीक्षा कर रही थीं।उपायुक्त ने जिला की प्रत्येक सीएचसी के कार्य की समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना सैंपल लेने के बाद उसे व्यक्ति के मोबाइल नंबर व पते आदि के साथ सुरक्षित ढंग से टेस्टिंग लैब में भिजवाया जाए। सैंपल देने वाले व्यक्ति का मोबाइल नंबर वेरीफाई किया जाए तथा उसका आधार नंबर भी लिया जाए ताकि सैंपल पॉजिटिव आने की स्थिति में उसे तुरंत ट्रेस किया जा सके। उन्होंने डेटा अपलोड करने के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए।


डॉ. प्रियंका सोनी ने टेस्टिंग लैब प्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने यहां आने वाले प्रत्येक सैंपल का विवरण और उसकी रिपोर्ट तुरंत पोर्टल पर अपलोड करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने रेपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 650 रुपये जबकि आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए 1600 रुपये फीस निर्धारित की है, कोई भी लैब इससे अधिक फीस न वसूलें। हिसार के जिला के मरीजों का डेटा ही जिला के रिकॉर्ड में अपलोड किया जाए। उन्होंने केंद्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र की लैब में जांच की संख्या बढ़ाने के निर्देश देते हुए पुरानी पेंडेंसी और इनकी रिपोर्ट अपलोड का कार्य प्राथमिकता के आधार पर करवाने को कहा।


उपायुक्त ने बताया कि सभी निजी लैब द्वारा किए जाने वाले कोरोना टेस्ट के कार्य की निगरानी के लिए सरकारी विभाग के अधिकारी लगाए गए हैं ताकि यह कार्य व्यवस्थित ढंग से हो सके। उन्होंने कहा कि निजी लैब प्रत्येक टेस्ट की एंट्री करे और प्रतिदिन लिए जाने वाले सैंपलों की संख्या, कितनों की जांच हो चुकी, कितने सैंपल रिपीट हुए तथा पोर्टल पर अपलोड करने जैसे सभी निर्धारित कार्य तुरंत पूरे करें। उन्होंने कहा कि रेपिड एंटीजन टेस्ट के पॉजिटिव आने के बाद मरीज को घर न जाने दिया जाए बल्कि उसके संबंध में स्वास्थ्य विभाग को सूचित करते हुए उसे तुरंत भर्ती कर उसका इलाज करने की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने अस्पतालों में सफाई, मेडिकल वेस्ट का निस्तारण, डेटा मैनेजमेंट, आरोग्य सेतु का डेटा अपलोड करने, कोविड केयर सैंटर पर की जा रही व्यवस्था, होम आइसोलेशन में मरीज की निगरानी तथा सैंपल की सुरक्षा आदि के संबंध में अधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश दिए।


बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव, एसीयूटी अंकिता चौधरी, नगर निगम की संयुक्त आयुक्त शालिनी चेतल, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के संपदा अधिकारी डॉ. वेदप्रकाश यादव, नारनौंद एसडीएम विकास यादव, हिसार एसडीएम राजेंद्र सिंह, नारनौंद एसडीएम राजेश कुमार, हांसी एसडीएम बेलिना, सीटीएम अश्वीर सिंह, पीएमओ डॉ. गोविंद गुप्ता, डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. जया गोयल, डॉ. तरुण, डॉ. सुभाष खटरेजा सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।