हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार की नाकामी और लापरवाही से प्रदेशवासियों के सामने घोर संकट खड़ा हो गया है।

April 18, 2021

हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार की नाकामी और लापरवाही से प्रदेशवासियों के सामने घोर संकट खड़ा हो गया है।

चंडीगढ़, 18 अप्रैल रवि पथ  –

हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार की नाकामी और लापरवाही से प्रदेशवासियों के सामने घोर संकट खड़ा हो गया है। हरियाणा के अलग-अलग स्थानों से स्वास्थ्य सेवाओं के ध्वस्त होने की जो खबरें आ रही हैं, वह दिल को झकझोर रही हैं। यदि सरकार ने पिछले एक साल में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूत किया होता तो आज लोग अस्पताल, बेड, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन, दवाइयों के लिए दर-दर न भटक रहे होते।

यहां जारी बयान में हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि आज हरियाणा प्रदेश में कोरोना संक्रमण से हालात अत्यंत की खतरनाक स्थिति में पहुंच चुके हैं। हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि न तो मरीजों को बेड मिल रहे हैं, न वेंटीलेटर मिल रहे हैं। ऑक्सीजन और जरूरी दवाइयों का भी बेहद अभाव है। प्रदेश में हालात बेहद ही गंभीर स्थिति की ओर जा रहे हैं। प्रदेश में बदइंतजामियों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अग्रोहा में बेड न मिलने के कारण कोरोना संक्रमित एक महिला ने दम तोड़ दिया है। बावजूद इसके सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में रोजाना बीते दिन से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। हर रोज संक्रमित मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। कोरोना के कहर ने सरकार के बड़े-बड़े दावों और बदइंतजामी की पोल खोल कर रख दी है। टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रेसिंग से खिलवाड़ ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है। मौतों का आंकड़ा भी नई पीक की ओर बढ़ रहा है। हरियाणा में बीते 9 दिनों में मौतों की संख्या रोजाना औसतन 17 प्रतिशत बढ़ी है। बीते 9 दिनों में गंभीर मरीजों की संख्या दोगुनी होकर 500 हो गई है। शनिवार को साढे सात हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए और 34 मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा यदि चरमराती स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो हालात और बेकाबू हो सकते हैं। सरकार आने वाली गंभीर स्थितियों से निपटने की अविलंब तैयारी करे और ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण पर जोर दिया जाए। इसके साथ ही केंद्र सरकार को टीकाकरण के लिए अपनी प्राथमिकता पर पुनर्विचार करना चाहिए और टीकाकरण की आयु सीमा को घटाकर 25 वर्ष करना चाहिए।

वहीं कुमारी सैलजा ने प्रदेशवासियों से भी अपील करते हुए कहा कि सभी लोग मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और इस महामारी से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां बरतें।