चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय में खुलेगा महिला विकास अध्ययन केंद्र

September 3, 2020

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही सरकार: प्रिति भारद्वाज दलाल

महिलाओं को न्याय दिलाने में कृत संकल्पित है महिला आयोग

चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय में खुलेगा महिला विकास अध्ययन केंद्र

03 सितंबर भिवानी, रवि पथ :

प्रदेश में सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण को विशेष बढ़ावा दिया जा रहा है। महिलाओं के सशक्तिकरण के बिना राष्ट्र का विकास संभव नहीं है ये विचार राज्य महिला आयोग की कार्यकारी अध्यक्ष प्रिति भारद्वाज दलाल ने चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय में कहे।


उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में महिला सेल द्वारा छात्राओं एवं महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना,आत्म रक्षा प्रशिक्षण देना प्रशंसनीय कार्य हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में महिला विकास अध्ययन केन्द्र खोलना चाहिए जिस पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आर.के मित्तल ने इसे जल्द ही खोलने की बात कही। उन्होंने कहा कि भिवानी खेलों का हब है, यहाँ की बेटियों ने खेलों में विश्व स्तर पर अपना परचम लहराया है। हमें हमारी बेटियों पर पूर्णतया गर्व है।उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में आयाम स्थापित करने वाली 100 महिलाओं के कार्यों को महिला आयोग हमारी बेटियों के सामने रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत करेगा। उन्होंने बताया कि महिला आयोग महिलाओं के मामलों में तत्परता से कार्यवाही कर उन्हें न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है।

उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति सजगता रख अपने अधिकारों का सदुपयोग करना चाहिए। उन्होनें साफ कहा कि महिला अधिकारों का दुरूपयोग भी नहीं होना चाहिए। उन्होंने महिलाओं एवं छात्राओं से दुर्गा शक्ति ऐप्प डाऊनलोड करने का आह्वान किया। वे विश्वविद्यालय की महिला सेल द्वारा पिछले चार साल के दौरान संचालित कार्यक्रमों पर प्रसन्न नजर आयी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आर.के मित्तल एवं कुलसचिव डॉ.जितेन्द्र भारद्वाज ने महिला विकास एवं सशक्तिकरण कार्यों पर गहनता से विचार विमर्श किया और विश्वविद्यालय की ओर से उन्हें संंस्था की उत्कर्ष पत्रिका एवं पुस्तकें भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उनके साथ महिला आयोग की सदस्य सुश्री सोनिया अग्रवाल, विश्वविद्यालय की महिला सेल कॉर्डिनेटर प्रो.ललिता गुप्ता, डॉ.स्नेहलता शर्मा, सहायक कुलसचिव रेखा जांगडा, प्रिति देवी उपस्थित थीं।