बोर्ड चेयरमैन की मनमानी के कारण लाखों बच्चों का भविष्य दांव पर : कुंडू

July 15, 2020

बोर्ड चेयरमैन की मनमानी के कारण लाखों बच्चों का भविष्य दांव पर- कुंडू
– लगभग दस हजार बच्चों के रिजल्ट में गड़बड़ी, उनमें से अकेले दो हजार बच्चों को दिखाया गैर हाजिर
– अन्य हजारों बच्चों का भी रोका रिजल्ट
-लगभग एक लाख बच्चों को बिना पेपर लिए किया फेल
15 जुलाई हिसार रवि पथ


हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू, महासचिव अशोक रोहतक, प्रांतीय उपप्रधान सौरभ कपूर व घनश्याम शर्मा, संरक्षक तेलूराम रामायणवाला व संजय धत्तरवाल ने कहा कि भिवानी शिक्षा बोर्ड की मनमानी के कारण प्रदेश के हजारों बच्चों का भविष्य दांव पर लग सकता है। लगभग दस हजार दसवीं कक्षा के बच्चों के रिजल्ट में गड़बड़ी की गई है, जिसमें दो हजार बच्चे तो ऐसे हैं, जिन्होंने परीक्षा दी थी, लेकिन उनके हस्ताक्षर होने के बावजूद उनको रिजल्ट में अनुपस्थित दर्शाया गया है। वहीं कुछ ऐसे बच्चे भी हैं, जिनके कुल अंक दिखाए गए हैं, लेकिन उनका रिजल्ट कैंसल दिखाया गया है, जोकि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है। कुंडू ने कहा कि बहुत से बच्चों के एवरेज के हिसाब से जो अंक लगाए गए हैं,उनकी एवरेज में भी गड़बड़ी है, जिसे सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हाजिर बच्चों को अनुपस्थित दिखाने से बच्चों के दिमाग पर गलत असर डालेगा।


्रसंघ के अध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि सैंकड़ो बच्चों का रिजल्ट रोक दिया गया है, क्योंकि वे बच्चे जिन स्कूलों में पढ़ते थे, उन स्कूलों पर बोर्ड चेयरमैन ने दबाव बनाने के लिए गलत तरीके से एक एक लाख रूपए जुर्माना लगाया है, लेकिन उन स्कूलों ने प्रूफ के साथ बोर्ड को लिखकर जवाब दिया कि यह जुर्माना गलत लगाया गया है, उसके बाद भी उन स्कूलों के बच्चों का रिजल्ट रोक दिया गया है, जबकि उसमें बच्चों का कोई कसूर नहीं है। उन्होंने मांग की कि जिन बच्चों का रिजल्ट रोका गया है, उनका रिजल्ट घोषित किया जाए व जिन बच्चों को हाजिर होते हुए भी गैर हाजिर दिखाया गया है, उसको ठीक करके रिजल्ट निकाला जाए तथा एवरेज में जो गड़बड़ी की गई है, उसको भी ठीक किया जाए, अन्यथा बच्चे, अभिभावक व स्कूल संचालक मिलकर आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी बोर्ड प्रशासन व सरकार की होगी।
कुंडू ने कहा कि ऐच्छिक विषयों में भी 99018 बच्चों को फेल कर दिया गया है, जबकि बोर्ड ने उन विषयों की परीक्षा ली ही नहीं थी। बिना परीक्षा लिए ही फेल करना, बार्ड की तानाशाही है। उन्होंने मांग की कि बच्चों को सीसीई के अंकों के आधार पर पास किया जाए ताकि बच्चों का भविष्य खराब होने से बचाया जा सके।


कुंडू ने कहा कि अगर कोई स्कूल गलती करता है तो बोर्ड तुरंत उनपर जुर्माना लगा दिया जाता है, लेकिन बोर्ड कितनी भी गलती करे, उसपर जुर्माना क्यों नहीं। बोर्ड पर भी जुर्माना लगाना चाहिए। कुंडू ने कहा कि अगर बोर्ड ने रोके गए रिजल्ट को घोषित नहीं किया व अनुपस्थित बच्चों का रिजल्ट नहीं निकाला व ऐच्छिक विषयों व विज्ञान विषय, जिनका पेपर ही नहीं लिया गया था, उनमें फेल 99018 बच्चों को पास नहीं किया तो प्राइवेट स्कूल बोर्ड के किसी भी आदेश का पालन नहीं करेंगे।