ब्लैक फंगस के तेजी से वढ़ रहे मामलों का बड़ा कारण मास्क भी है

May 31, 2021

ब्लैक फंगस के तेजी से वढ़ रहे मामलों का बड़ा कारण मास्क भी है

मंडी डबवाली  रवि पथ :

देश में कोविड -19 के मरीजों में ब्लैक फंगस के मामलों में हो रही वृद्धि क़ो मास्क में नमी होना व मास्क में गंदगी के कणों का जमा होना भी प्रमुख कारण हो सकता है।
यह सम्भावना सहारनपुर के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एस एस लाल ने जताई है। डॉक्टर लाल का मानना है कि ब्लैक फंगस नामक रोग होने के पिछे लम्बी अवधि तक इस्तेमाल किया गया मास्क हो सकता है। क्योंकि मास्क को लम्बी अवधि तक लगाने से मास्क मे पसीना आ जाता है और इसके साथ मास्क में गंदगी के कण भी जमा हो जाते हैं। जिस कारण आंखों में ब्लैक फंगस इंफेक्शन होने की संभावना रहती है। डॉक्टर लाल ने बताया कि आईसीयू में भर्ती कोविड के मरीज को लम्बे समय तक इलाज के समय लगाई जा रही ऑक्सीजन के कारण व शुगर लेवल बढऩे के अलावा कोविड पेशैंट को अधिक मात्रा में स्टेरॉयड दिया जाना भी ब्लैक फंगस के संक्रमण को वढावा देता है।

डॉ लाल के अनुसार फंगस के संक्रमण की शुरुआत नाक से होती है। नाक से ब्राउन या लाल रंग का म्यूक्स जब बाहर निकलता है तो यह शुरुआती लक्षण ब्लैक फंगस माना जाता है, फिर यह धीरे-धीरे ऑखों में पहुंच जाता है। ऑखों में लालीपन, डिस्चार्ज होना कन्जक्टिवाईटिस के लक्षण इस रोग से उभरते है। ऑखों मे भयंकर दर्द होता है और फिर ऑखों की रोशनी पूरी तरह से समाप्त हो जाती है। डॉक्टर लाल ने कहा कि बरसात के मौसम में ब्लैक फंगस फैलने की आंशका अधिक होती है। कोविड से रिकवर हुए लोग प्रतिदिन मास्क को डिटोल मिले पानी से धोकर फिर धूप में सुखाकर ही पहने।