बीजेपी की नाकामियों पर बरोदा में बरसे दीपेंद्र सिंह हुड्डा

August 30, 2020

बीजेपी की नाकामियों पर बरोदा में बरसे दीपेंद्र सिंह हुड्डा

कहा- बीजेपी राज में किसान को दाम नहीं, नौजवान को काम नहीं और ग़रीब-मजदूर को सम्मान नहीं

सवा 6 साल में बीजेपी सरकार ने अर्थव्यवस्था का बैठाया भट्ठा, हरियाणा को धकेला पीछे- सांसद दीपेंद्र

बरोदा की जनता लेगी हरियाणा की दुर्गति का बदला, प्रदेश की राजनीति को दिखाएगी नया रास्ता- सांसद दीपेंद्र

पहले से लड़खड़ा रही सरकार को बरोदा में लगेगा ज़ोर का झटका, प्रदेश में बनेगी बरोदा की अपनी सरकार- सांसद दीपेंद्र

30 अगस्त, सोनीपत  रवि पथ :

सवा 6 साल के कार्यकाल में बीजेपी सरकार ने अर्थव्यवस्था का भट्टा बैठा दिया है। उसने हरियाणा को आगे ले जाने की बजाय पीछे धकेल दिया। हालात इतने ख़राब हैं कि इस सरकार में ना किसान को फसल का दाम मिला, ना नौजवान को काम और ना ही ग़रीब-मजदूर को सम्मान। एक बार फिर बरोदा दौरे पर पहुंचे CWC सदस्य और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा कुछ इस लहज़े में बीजेपी पर बरसे।

उन्होंने कहा कि आज प्रेदश का हर वो किसान बरोदा की तरफ देख रहा है, जिसकी खेती ख़त्म करने के फ़ैसले बीजेपी सरकार ले रही है। आज हर वो कर्मचारी जिसे वेतन और भत्ते नहीं मिल रहे, हर वो नौजवान जिसका रोज़गार छीना जा रहा है, हर वो युवा जिसको रोज़गार नहीं मिल रहा है, हर वो छोटा कारोबारी जिसका काम-धंधा चौपट हो गया, हर वो मजदूर जिसकी रोजी-रोटी पर संकट मंडरा रहा है, हर एक वो हरियाणवी जो प्रदेश का भला चाहता है, वो बरोदा की तरफ देख रहा है। सभी को उम्मीद है कि बरोदा की जनता इस सरकार को सबक ज़रूर सिखाएगी। आज बरोदा ही नहीं, पूरे हरियाणा में किसान को देशद्रोही बताने वालों के ख़िलाफ़ रोष है। बीजेपी ने किसान को देशद्रोही बताकर जो पाप किया है, उसके लिए जनता उसे कभी माफ़ नहीं करेगी।

दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने पूरे सवा 6 साल बरोदा को हरियाणा का हिस्सा तक नहीं माना।  उसने बार-बार बरोदा के लोगों और जनप्रतिनिधि सरपंचों का तिरस्कार किया। अब बीजेपी नेताओं के ऊल-जलूल बयान जले पर नमक का काम कर रहे हैं। सत्ता के घमंड में चूर कृषि मंत्री सरेआम किसान का मज़ाक उड़ाते हुए कहते हैं कि सरकार ने जानबूझकर धान का रेट नहीं बढ़ाया। जलभराव की समस्या का समाधान करने की बजाए, वो किसान को कह रहे हैं कि मछली पालन कर लो। इसी तरह मुख्यमंत्री ने भी कहा था कि अगर किसान की धान नहीं बिक रही है तो उसका चावल बनाकर बेचो। कल को ये सत्ताधारी नेता कहेंगे कि चावल ना बिके तो खीर बनाकर बेचो, आटा ना बिके तो गुलगुले बनाकर बेचो, सूखा पड़ जाए तो खेत को क्रिकेट का मैदान बना लो, पानी भर जाए तो स्विमिंग पुल बना लो। ज़मीन और जनता से कटे हुए नेता ही ऐसी बयानबाज़ी कर सकते हैं।

सांसद दीपेंद्र ने कहा कि किसान की असली समस्याओं का समाधान करने की बजाए सत्ताधारी उसे बरगलाने में लगे हैं। सवा 6 साल आंखों में धूल झोंकने वाले अब 4 दिन की चमक चांदनी दिखाकर जनता की वोट लूटना चाहते हैं। लेकिन बरोदा की स्वाभिमानी जनता इस छलावे में नहीं आएगी। जनता बख़ूबी जानती है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार बरोदा की अपनी सरकार थी, जिसन किसान के खेतों को पानी, फसलों को रेट, युवाओं को रोज़गार, खिलाड़ियों को सम्मान और ग़रीब को अधिकार दिया। इस उपचुनाव के नतीजे से प्रदेश की सियासी हवा बदलेगी और फिर से प्रदेश में बरोदा की अपनी सरकार बनेगी। पहले से लड़खड़ा रही बीजेपी-जेजेपी सरकार को बरोदा उपचुनाव में ऐसा ज़ोर का झटका लगेगा, जिससे उसका संभल पाना मुश्किल हो जाएगा।