भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान की बदौलत सभी को बराबरी का हक मिला : विधायक नैना चौटाला
संत कबीर छात्रावास में भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर के 65वें महापरिनिर्वाण दिवस समारोह ने की शिरकत
छात्रावास में विकास कार्यों का लोकापर्ण किया, विकास कार्यों के लिए 41 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की
हिसार, 06 दिसंबर रवि पथ :
बाढड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक नैना चौटाला ने कहा कि भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान की बदौलत ही आज हम सभी को बराबरी के हक हासिल हैं। वोट देने का जो अधिकार इस देश में किसी अमीर को है, वही अधिकार एक गरीब को भी है।
वे राजगढ़ रोड स्थित संत कबीर छात्रावास में आज भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर के 65वें महापरिनिर्वाण दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। राज्यमंत्री अनूप धानक ने समारोह की अध्यक्षता की। टोहाना के विधायक देवेंद्र बबली समारोह में बतौर विशिष्टï अतिथि उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्होंने छात्रावास में पूर्वी ब्लॉक का उद्घाटन किया तथा उत्तरी ब्लॉक की आधारशिला रखी। विधायक नैना चौटाला ने समाज के लोगों की मांग पर विभिन्न विकास कार्यों के लिए 41 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की। समाज के लोगों द्वारा महिला छात्रावास के लिए भूमि का प्रावधान किए जाने संबंधी मांग पर उन्होंने कहा कि वे छात्रावास के निर्माण के लिए पुरजोर प्रयास करेंगी।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि संविधान सभा की निर्मात्री समिति के अध्यक्ष डॉ.भीमराव अंबेडकर ने भारत के महान संविधान को 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में 26 नवम्बर, 1949 को पूरा कर राष्ट्र को समर्पित किया और गणतंत्र भारत में 26 जनवरी, 1950 से संविधान अमल में आया। विधायक नैना चौटाला ने महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर समाज के लोगों से बाबा साहेब अंबेडकर के दिखाए रास्तों का अनुसरण करने का आह्वïान किया।
अपने संबोधन में राज्यमंत्री अनूप धानक ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर ने श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया था। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मंत्री होने के साथ-साथ भारतीय संविधान के जनक एवं निर्माता थे। उनके विचार और आदर्श करोड़ों लोगों को लगातार प्रेरणा देते हैं। उन्होंने हमारे राष्ट्र के लिए जो भी सपने देखे हैं उन्हें पूरा करने के लिए आज हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। इस अवसर पर टोहाना के विधायक देवेंद्र बबली ने कहा कि हमारे संविधान ने नागरिकों को मौलिक अधिकार व कर्तव्य निर्वहन की शक्तियां दी हैं। विभिन्न अनुच्छेदों की मार्फत समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरूद्ध अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, सांस्कृतिक तथा शिक्षा संबंधित अधिकार व संवैधानिक उपचारों जैसे अधिकार और विभिन्न शक्तियां दी गई हैं। हमें अपने अधिकारों और शक्तियों के प्रति जागरूक होने की आवश्यक्ता है। उन्होंने समाज के लोगों से आह्वïान किया कि वे अपने बच्चों को खूब पढाएं-लिखाएं ताकि वे प्रगति के पथ पर आगे बढऩे में सक्षम हों। इस अवसर पर जजपा के वरिष्ठï नेता राजेंद्र लितानी, प्रधान रमेश गोदारा, समिति के प्रधान रोशन लाल, जोगीराम खूंडिया, रत्न बडग़ुज्जर, कैप्टन तुल्लाराम, तारा सिंह तुर्किया, अत्तर सिंह सुरलिया, राजबीर खंूडिया, सुरेश खटक, नेतराम डाबला, रघबीर बडग़ुज्जर, राजेश मुंडाई, सुंदर सिंह, पृथ्वी मोरवार, चांदीराम खटक, मास्टर रामकुमार व मास्टर पवन सहित समाज के गणमान्य नागरिक्त उपस्थित थे।