बरसाती पानी निकालने के लिए वर्टीकल टर्बाइन व इलेक्ट्रिकल पंप निरंतर चालू रखें: उपायुक्त

August 9, 2020

बरसाती पानी निकालने के लिए वर्टीकल टर्बाइन व इलेक्ट्रिकल पंप निरंतर चालू रखें: उपायुक्त
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने किया जिला के विभिन्न क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति का निरीक्षण
अधिकारियों को फसलों को नुकसान से बचाने व अतिरिक्त जल की निकासी के संबंध में दिए विस्तृत निर्देश

हिसार, 9 अगस्त  रवि पथ :


उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने आज जिला के विभिन्न उपमंडलों के गांवों में बरसात के कारण हुए जलभराव की स्थिति का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल निकासी के लिए वर्टीकल टर्बाइन व इलेक्ट्रिकल पंप निरंतर चालू रखे जाएं। उन्होंने अधिकारियों को रिहायशी व कृषि क्षेत्र से अतिरिक्त पानी की निकासी करवाते हुए नुकसान न होने देने के लिए जरूरी कदम उठाने के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि जल निकासी के कार्य में लगे ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जो अपनी जिम्मेदारी में लापरवाही बरतते पाए जाएंगे। इस दौरान हांसी एसडीएम डॉ. जितेंद्र सिंह, बरवाला एसडीएम राजेश कुमार व नारनौंद एसडीएम विकास यादव, डीएचबीवीएन के अधीक्षक अभियंता आरएस सभ्रवाल, सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता जसमेर सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी उनके साथ थे।


उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने आज हांसी, गांव रामपुरा, गढ़ी, जीतपुरा, खरकड़ा, भाटोल जाटान, नारनौंद, सीसर खरबला, बास, मोहला, बड़छप्पर, पुठी, सिंघवा, सुलखनी, घिराय, राजली, खानपुर, सिंधड़ व चैनत गांवों में खेतों व आबादी में भरे पानी का निरीक्षण किया। उन्होंने इन स्थानों पर सिंचाई विभाग द्वारा जल निकासी के लिए किए गए कार्यों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को दिन-रात कार्य करवाकर जल्द से जल्द पानी निकालने के निर्देश दिए ताकि खेतों का अतिरिक्त पानी फसलों को नुकसान न पहुंचाए।
इस दौरान उपायुक्त ने ग्रामीणों व किसानों से भी मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा जल निकासी के कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करवाया जा रहा है और फसलों को नुकसान से बचाने के हर संभव विकल्प अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की फसलें अधिक पानी के कारण खराब हुई हैं उनकी गिरदावरी करवाकर उन्हें मुआवजा दिलवाया जाएगा। इस संबंध में उन्होंने एसडीएम व राजस्व विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।


उपायुक्त ने विभिन्न गांवों में पानी निकासी के लिए लगाए गए पंपसेटों का निरीक्षण किया और आवश्यकता के अनुसार अतिरिक्त पंप लगवाने के निर्देश दिए ताकि पानी तेजी से निकाला जा सके। उपायुक्त ने कहा कि इलेक्ट्रिकल पंप लगे सभी स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित न होने दी जाए। गांवों में खड़े पानी का निरीक्षण किया और तेज गति से पानी निकासी करवाने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने नारनौंद के गांव मोहला में कार्य में ढिलाई बरतने की शिकायत मिलने व मौके पर नदारद पाए जाने वाले चार डेली वेजिज कर्मचारियों को हटाकर उनके स्थान पर नए कर्मचारी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने बास के नया जोहड़, महंत जोहड़, देवसर और पिदांकी जोहड़ पर 24 घंटे में बिजली कनेक्शन जारी करने के निर्देश दिए ताकि पानी निकासी सुचारू ढंग से हो सके।

सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता ने उपायुक्त को अवगत करवाया कि पूर्व के वर्षों के मुकाबले इस साल जल निकासी के लिए सबसे अधिक मशीनरी लगाई गई है। उपायुक्त ने कहा कि इसके बावजूद आगामी समय के बारिश अनुमान के दृष्टिगत अतिरिक्त संसाधन लगाने में कोई कोताही न बरती जाए ताकि फसलों को नुकसान से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि उपकरणों की कमी पड़ती है तो मैकेनिकल डिविजन की मदद ली जाए।


उपायुक्त ने हर गांव में वहां के सरपंच व ग्रामीणों से भी मुलाकात की और जलभराव से हुए नुकसान आदि के बारे में पूछा। उपायुक्त ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि खेतों व गांवों में भरे पानी को यथाशीघ्र निकलवाया जाएगा और ग्रामीणों का किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने गांवों में आवश्यकता अनुसार पंप सेट व पाइप सहित अन्य उपकरण भिजवाने के संबंध में सिंचाई विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।