भाजपा ने हरियाणा को कर्ज़ के दलदल में डुबोया- भूपेंद्र सिंह हुड्डा

October 28, 2020

भाजपा ने हरियाणा को कर्ज़ के दलदल में डुबोया- भूपेंद्र सिंह हुड्डा

हरियाणा में जन्म लेने वाले हर बच्चे के सिर पर 80 हजार का बोझ- हुड्डा

भाजपा सरकार के 6 साल में नहीं लगा एक भी बड़ा प्रोजेक्ट, फिर भी 3 गुणा से ज्यादा बढ़ा कर्ज़- हुड्डा

कर्ज़ का ब्याज चुकाने के लिए कर्ज़ ले रही है सरकार, वेतन-भत्ते देने के भी पड़े हैं लाले- हुड्डा

28 अक्तूबर, गोहाना(सोनीपत) रवि पथ :

भाजपा सरकार ने हरियाणा को कर्ज़ की दलदल में डुबो दिया है। आज प्रदेश का हर बच्चा अपने सिर पर 80 हज़ार का कर्ज़ लेकर पैदा होता है। ये कहना है नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। बरोदा उपचुनाव में लगातार प्रचार कर रहे भपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज गांव बिचपड़ी, अहमदपुर माजरा, जागसी, मातन्ड, बुसाना, छतेरा, सिवानका और महमूदपुर में कांग्रेस उम्मीदवार इंदुराज नरवाल के लिए वोट मांगे।

इस मौक़े पर लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 1966 में हरियाणा बनने से लेकर 2014 में हमारी सरकार जाने तक तमाम राज्य सरकारों ने करीब 60 हज़ार करोड़ का कर्ज़ लिया था। इस दौरान हरियाणा ने तरक्की के कई पायदान चढ़े। 2005 में हमारी सरकार बनने के बाद प्रदेश में दर्जनों विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, एम्स, पावर प्लांट, न्यूक्लीयर प्लांट, आईआईएम, सैंकड़ों तकनीकी संस्थान, कॉलेज, स्कूल, अस्पताल, उद्योग, नई रेलवे लाइन, मेट्रो लाइन, रैपिड मेट्रो, हाइवे, नेशनल हाइवे जैसी अनगिनत बड़ी-बड़ी परियोजाएं स्थापित हुईं। बावजूद इसके हमने कर्ज़ तय सीमा से आगे नहीं बढ़ने दिया।

लेकिन आज भाजपा-जजपा राज में हरियाणा पर 2 लाख करोड़ से अधिक कर्ज हो चुका है। बावजूद इसके मौजूदा सरकार के पास कर्मचारियों को वेतन या भत्ते देने के लाले पड़े हुए हैं। आलम ये है कि कर्ज़ का ब्याज चुकाने के लिए भी सरकार को कर्ज़ लेना पड़ रहा है। बीजेपी सरकार के महज़ 6 साल में प्रदेश पर कर्ज़ का बोझ 3 गुणा से ज्यादा बढ़ गया, लेकिन इस दौरान सूबे में कोई भी बड़ी परियोजना नहीं आई। सवाल उठता है कि कर्ज़ की इतनी बड़ी रकम ख़र्च कहां हुई?

हुड्डा ने कहा कि 2014 में जब हमने सरकार छोड़ी थी तब हरियाणा प्रति व्यक्ति आय और निवेश में देशभर में पहले नम्बर पर था। लेकिन आज अपराध, भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी और नशे में पहले नम्बर हो गया है। हमारी सरकार में हरियाणा दूसरे राज्यों के युवाओं को भी रोज़गार देता था, लेकिन भाजपा-जजपा सरकार के दौरान प्रदेश में बेरोज़गारों की लंबी फौज खड़ी हो गई है। क्योंकि सरकार रोज़गार देने की बजाए छीनने में लगी है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बरोदा उपचुनाव प्रदेश को कर्ज़, बेरोज़गारी, अपराध और बदहाली की दलदल में डुबोने वाली सरकार से बदला लेने का मौक़ा है। अपनी फसल बेचने के लिए मंडियों के धक्के खा रहे किसान, रोज़गार खो चुके मजदूर, कारोबार में घाटा खा रहे दुकानदार और व्यापारी इस चुनाव में बीजेपी को रिकॉर्ड मतों से मात देंगे। बरोदा की जनता को पता है कि पूरे प्रदेश की निगाह इस चुनाव पर है। ये उपचुनाव सिर्फ एक विधायक बनाने का नहीं बल्कि प्रदेश में परिवर्तन का चुनाव है।