पत्रकार बुद्धिजीवी व समाजसेवी चौधरी देवीलाल अवार्ड से हुए सम्मानित।

December 21, 2020

पत्रकार बुद्धिजीवी व समाजसेवी चौधरी देवीलाल अवार्ड से हुए सम्मानित।

मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दिल्ली स्थित ली मेरिडियन होटल में किया सम्मानित।

मेरी मां फाउंडेशन के सौजन्य से आयोजित सम्मान समारोह में ताऊ देवीलाल को किया नमन।

नई दिल्ली रवि पथ :

पत्रकार समाज  का आईना होते हैं और समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित कर गर्व व गौरव की अनुभूति होती है यह कहना है हरियाणा सरकार में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का ।
दिल्ली स्थित ली मेरिडियन होटल के सभागार में आयोजित पूर्व प्रधानमंत्री जन नायक ताऊ देवीलाल अवार्ड सम्मान समारोह के दौरान उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पत्रकारों ,समाजसेवियों व बुद्धिजीवियों को सम्मानित करते हुए कहा की पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और समाज की सही दिशा तय करने में पत्रकारों का उल्लेखनीय योगदान है।
मेरी मां फाउंडेशन के सौजन्य से आयोजित सम्मान समारोह में पहुंचे उफमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दीप प्रज्वलित कर सम्मान समारोह की शुरुआत की व समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पत्रकारों बुद्धिजीवियों व समाजसेवियों को सम्मानित किया।
मेरी मां फाउंडेशन की ओर से चेयरमैन कैप्टन राज माथुर, अध्यक्ष सुभाष मलिक बॉबी, उपाध्यक्ष दिनेश डागर ,महामंत्री दीपक भागचंदानी ,वाइस चेयरमैन दयानंद ,वाइस चेयरमैन पवन वत्स, वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ,शुभम मलिक कोषाध्यक्ष
रणधीर डागर ,सतपाल दलाल, सुरेंद्र फोगाट, पूर्व विधायक गंगा राम ऋषि राज राणा सुरिंदर ठाकरान सुखविंदर टोकस
सहित उपस्थित फाउंडेशन के सदस्यों ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई व शुभकामनाएं दी।


इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने उपस्थित जनों से आह्वान किया कि हम सबको प्रदेश और देश की उन्नति और प्रगति में यथासंभव योगदान देना चाहिए और उपस्थित जनों से हरियाणा प्रदेश और देश को आगे ले जाने के लिए सुझाव भी मांगे।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के दौरान जिस तरह से 130 करोड़ भारतीयों ने अपने साहस का परिचय दिया है और पत्रकार बंधुओं ने निर्भीकता से देशवासियों को जागरूक करने का प्रयास किया है उसके लिए सभी बधाई के पात्र है।
इस अवसर पर युवा कवि जशन महैला, एमडी केडी व नाथुला बॉर्डर पर शहीद हुए कैप्टन पृथ्वी सिंह डागर और चौधरी झंडु सिंह टोकस परिवार और उनके वंशजों को भी सम्मानित किया गया।