अफगानिस्‍तान के उपराष्‍ट्रपति पर हुआ हमला, बाल-बाल बचे

September 9, 2020

अफगानिस्‍तान के उपराष्‍ट्रपति पर हुआ हमला, बाल-बाल बचे

9  सितंबर,रवि पथ:

तालिबान और पाकिस्तान के आलोचक माने जाने वाले अफगानिस्‍तान के उपराष्‍ट्रपति अमरुल्‍ला सालेह के काफिले पर आतंकियों ने निशाना बनाया है. टोलो न्यूज़ के मुताबिक सालेह के काफिले पर राजधानी काबुल में भीषण बम हमला हुआ है. हमले में सालेह बाल-बाल बच गए हैं लेकिन इस हमले में 3 अन्य लोगों की मौत हो गयी है जबकि 12 से ज्यादा लोग घायल हैं.

सालेह के बेटे ने बताया कि उनके काफिले पर हमला हुआ है लेकिन उनके पिता सुरक्षित हैं. सालेह के बेटे एबाद सालेह ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं आश्‍वासन देना चाहता हूं कि मैं और मेरे पिता दोनों ही सुरक्षित हैं और हमारे साथ का कोई भी व्‍यक्ति शहीद नहीं हुआ है. सब लोग सुरक्षित हैं.’ एबाद अपने पिता के साथ यात्रा कर रहे थे. इससे पहले भी सालेह के ऊपर पिछले साल जानलेवा हमला हुआ था जिसमें 20 लोग मारे गए थे. बता दें कि अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच एक बार फिर वार्ताकार नियुक्त हुआ है जो बातचीत को आगे बढ़ाएगा.
चीन की धमकी- भारत ने पार की हद, सरहद पर खून-खराबे भरे दौर के लिए रहे तैयार

चीन लद्दाख में भारतीय सेना को उकसाने वाली तमाम गतिविधियां कर रहा है. चीन ने सोमवार रात को एलएसी पर हवा में फायरिंग की और उसके बाद भारत पर ही समझौते के उल्लंघन का आरोप मढ़ दिया. भारतीय सेना ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए साफ किया है कि किसी भी स्तर पर भारतीय सेना ने एलएसी पार नहीं किया और फायरिंग सहित किसी भी आक्रामकता का इस्तेमाल नहीं किया. चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी सैन्य और राजनयिक पर बातचीत के बीच समझौते का उल्लंघन कर रहा है और आक्रमक युद्धाभ्यास कर रहा है. चीनी मीडिया में भी इसे लेकर काफी कवरेज हुई है और उसमें इन्हीं झूठे आरोपों को दोहराते हुए भारत को धमकी देने की कोशिश की गई है.

भारतीय सेना ने चीन की ओर से लगाए गए आरोपों को लेकर जारी बयान में कहा है, ‘7 सितंबर 2020 को पीएलए सैनिकों ने हमारे एक फॉरवर्ड पोजिशन पर कब्जा करने की कोशिश की, जब हमारे सैनिकों ने चीनी जवानों का मुकाबला किया तो उन्होंने हवा में कुछ राउंड फायरिंग की. सैनिकों को डराने की कोशिश की, हालांकि गंभीर उकसावे के बावजूद हमारे सैनिकों ने बड़े संयम का परिचय दिया और परिपक्वता दिखाते हुए जिम्मेदार तरीके से व्यवहार किया. भारतीय सेना ने कहा कि हम शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, हालांकि हर कीमत पर राष्ट्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए भी हम प्रतिबद्ध हैं. चीन के वेस्टर्न थिएटर कमांड का बयान उनके घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों को गुमराह करने का एक प्रयास है

एक तरफ चीनी सेना उकसाने वाली गतिविधियां कर रही है तो दूसरी तरफ चीन की सरकारी मशीनरी भी पूरी तरह से प्रोपेगैंडा फैलाने में लगी हुई है. चीन की सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने इसे लेकर एक संपादकीय लेख छापा है और इसे फ्रंट पेज पर प्रमुखता से जगह दी है. ग्लोबल टाइम्स के इस संपादकीय लेख का शीर्षक है- ‘भारतीय सेना का दुस्साहस भरा दांव पड़ेगा उल्टा

ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, चीन भारत के साथ सीमा विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाह रहा है. लेकिन पीएलए किसी भी संभावित हालात के लिए तैयार है. शांतिप्रिय चीनी राष्ट्रीय एकता और अखंडता की सुरक्षा को लेकर पीएलए के हर कदम का समर्थन करेंगे. हमने अभी तक भरपूर संयम का परिचय दिया है लेकिन भारतीय सेना की चीन को लेकर नासमझी का जवाब असली ऐक्शन से दिया जाएगा