हरियाणा सरकार के सहयोग से ग्रीन लिटरेचर संस्था ने पंजाबी भाषा पर राज्य स्तरीय वेबीनार एवं कवि दरबार का आयोजन किया

August 7, 2021

हरियाणा सरकार के सहयोग से ग्रीन लिटरेचर संस्था ने पंजाबी भाषा पर राज्य स्तरीय वेबीनार एवं कवि दरबार का आयोजन किया

हरियाणा राज्य में पंजाबी भाषा की स्थिति, परिपेक्ष व भविष्य विषय रहा

रवि पथ न्यूज़ :

हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी हरियाणा सरकार के सहयोग से ग्रीन लिटरेचर संस्था ने राज्य स्तरीय वेबीनार का आयोजन किया । इस वेबीनार का विषय रहा हरियाणा राज्य में पंजाबी भाषा की स्थिति, परिपेक्ष व भविष्य । वेबीनार की अध्यक्षता हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी के डिप्टी चेयरमैन सरदार गुरविंदर सिंह धमीजा ने की । पहले सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में रिटायर्ड डीन मदवी रोहतक से डॉक्टर प्रोमिला बतरा प्रभा व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ गीतू धवन भूटानी गुजवी हिसार रहे । इस वेबिनार की संयोजक हांसी से एडवोकेट नेहा धवन ने बताया कि दूसरे सत्र में पंजाबी साहित्यकारों द्वारा कवि दरबार प्रस्तुत किया गया। नेहा धवन ने बताया कि हरियाणा राज्य के लगभग हर जिले व दिल्ली से भाषा प्रेमियों ने इस वेबीनार में शिरकत की। वेबीनार में ग्रीन लिटरेचर संस्था, राष्ट्रीय पंजाबी महासभा, संस्कार मंच व बंधाई संप्रदाय के साथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। डॉक्टर प्रोमिला बतरा प्रभा ने अपने वक्तव्य में 1947 से पहले व उसके बाद आज की वर्तमान स्थिति में पंजाबी भाषा पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि पंजाबी भाषा बहुत मीठी है । इस भाषा में गुरु ग्रंथ साहिब जी जैसे ग्रंथ की रचना की गई । इसके प्रचार-प्रसार के लिए पंजाबी भाषा को युवा पीढ़ी को अपनी मां बोली के प्रति सम्मान पैदा करना होगा। डॉ. गीतू धवन भूटानी ने कहा कि हरियाणा राज्य में पंजाबी भाषा को सही मायने में राज्य की दूसरी ऑफिशियल भाषा का दर्जा तभी मिलेगा जब हम आम बोलचाल के साथ-साथ सरकारी कामों में भी पंजाबी भाषा का प्रयोग करेंगे । यूनिवर्सिटी, कॉलेज, पंजाबी अकादमी के स्तर पर शोध कार्य व प्रसिद्ध हिंदी किताबों का अनुवाद पंजाबी भाषा में करने से हम युवाओं को पंजाबी भाषा के प्रति, उसके साहित्य के साथ जोड़ने का कार्य कर सकते हैं। सरदार गुरविंदर सिंह धमीजा ने कहा कि लगभग 36 से 40% जनसंख्या हरियाणा राज्य की पंजाबी भाषियों की है । फिर भी इस भाषा को हरियाणा राज्य में दूसरी ऑफिशल लैंग्वेज का दर्जा हरियाणा बनने के 36 साल बाद मिला। जितना हम पंजाबी भाषा का प्रयोग करेंगे उतना ही हम इस भाषा से रोजगार भी उत्पन्न कर पाएंगे। एडवोकेट नेहा धवन ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा की वर्तमान सरकार के समय प्रदेश में 2020 के विधानसभा सत्र में पहली बार विधानसभा सत्र का 6 मिनट का कार्यकाल पंजाबी भाषा में चला । यह अपने आप में एक उम्मीद है भाषा प्रेमियों के लिए । नेहा धवन ने सरकारी विभागों में हिंदी पखवाड़ा के साथ-साथ ‘पंजाबी पखवाड़ा’ मनाए जाने की मांग को हरियाणा सरकार व हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी के समक्ष रखा। वेबिनार के दूसरे सत्र में भिवानी से नीलम महाजन चराया, सिरसा से लखविंदर सिंह बाजवा, रोहतक से कंवलजीत कौर, हिसार से अनीता जैन, पूनम मनचंदा व नीरज मनचंदा ने स्वरचित पंजाबी कविताएं एवं ग़ज़लों का पाठ किया। इस वेबीनार में भूपेश मेहता, वेद मक्कड़, अनिल खट्टर, राहुल भारती धवन, अरविंद हंस, नरेश गंगवानी, निधि कथूरिया, सविता हंस, हरजीत कौर, मनीष गंभीर, जगदीश असीजा, संजीव कुमारी, हरदेव, छिंदपाल कम्बोज, तविन्दर सिंह, नैब मंदर, अवि, हैप्पी, शुभम, कौस्तुब, द्रोण आदि उपस्थित रहे।