असंख्य शहीदों की शहादत के बाद मिली है हमें आजादी-एडवोकेट खोवाल

August 15, 2022

असंख्य शहीदों की शहादत के बाद मिली है हमें आजादी-एडवोकेट खोवाल

 इस अमूल्य स्वतंत्रता को बनाए रखने की जरूरत

गुरूकुल आर्यनगर में धूमधाम से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस समारोह

हिसार, 15 अगस्त  रवि पथ :

गुरूकुल आर्यनगर में 75वां स्वतंत्रता दिवस समारोह बड़ी धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामफल वर्मा ने की, कार्यक्रम में तिरंगा फहराते हुए देश की आजादी के लिए अपना बलिदान देने वाले शहीदों को याद किया गया।
इस मौके पर गुरूकुल के महामंत्री लालबहादुर खोवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि 15 अगस्त हमेशा हमारे लिए इतना खास रहा है कि एक ऐसा दिन जब हम अपने देश की सारी महिमा को याद करते हैं, हम भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और प्रयासों को याद करते हैं, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी थी। देश के असख्ंय शहीदों की शहादत के बाद हमें आज आजादी में सांस लेने का मौका मिला है। हमें इस अमूल्य स्वतंत्रता को बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारत का स्वतंत्रता दिवस न केवल ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता को दर्शाता है, बल्कि यह इस देश की शक्ति को भी दर्शाता है। भारत 1947 से अब तक बहुत आगे बढ़ चुका है और महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है। आज हमारा आजाद देश विज्ञान, खगोल विज्ञान, कृषि, चिकित्सा, कला व वास्तुकला के क्षेत्र में बड़ी ऊंचाईयों को छू रहा है। आज आजादी के बाद विज्ञान के क्षेत्र में भी हमने काफी तरक्की कर ली है। इस वैज्ञानिक तकनीकी के कारण आज भारत चन्द्रमा और मंगल तक का सफर तय कर चुका है। एडवोकेट खोवाल ने कहा कि हम बहुत भाग्यशाली हैं जो कि इतिहास में हमें महात्मा गांधी, शहीद भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी मिले। उन्होने न केवल देश को बल्कि आगे आने वाली पीढि़यों को भी अंग्रेजों की गुलामी से आजाद करवाया। रामपाल वर्मा ने कहा कि देश आजाद होने के बाद पहले प्रधानमंत्री के रूप में जवाहर लाल नेहरू ने नई सोच के साथ देश का नेतृत्व किया और देश को विकास के पथ पर अग्रसर किया। उन्होंने कहा कि आज हमें ऐसे अमर शहीदों को सच्चे दिल से याद करते हुए उनके दिखाए रास्ते पर चलने का प्रण लेना चाहिए। इस मौके पर मानद कुलपति आचार्य रामस्वरूप शास्त्री, कार्यकारी अध्यक्ष रामकुमार आर्य, सुभाष जांगड़ा, पूर्व जेडएमईओ शैलेश वर्मा, मानसिंह पाठक,डॉ पटेल सिंह स्वामी, ब्रह्मचारी दीप कुमार, जयभगवान यादव, प्रबंधक सुरेश कुमार, रमेश शास्त्री, साहिल लाडूना,विनोद कुमार, सुनील कुमार, राकेश शास्त्री, सूर्य प्रकाश, विकास, मोहित, नरेंद्र व सुभाष जांगड़ा सहित गुरूकुल के अन्य स्टाफ सदस्य व ब्रह्मचारी मौजूद थे।