कुलपति ने खुद साइकिल से ऑफिस पहुंच दिया पर्यावरण संरक्षण व ईंधन बचाने का संदेश

September 22, 2021

कुलपति ने खुद साइकिल से ऑफिस पहुंच दिया पर्यावरण संरक्षण व ईंधन बचाने का संदेश

वल्र्ड कार फ्री डे के अवसर पर किया जागरूक, स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर है साइकिल चलाना

हिसार : 22 सितंबर  रवि पथ :

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में वल्र्ड कार फ्री डे के अवसर पर स्वयं कुलपति प्रोफेसर बी. आर. काम्बोज साइकिल चलाकर कार्यालय पहुंचे और सभी को पर्यावरण संरक्षण व ईंधन बचाने का संदेश दिया। कुलपति ने कहा कि वर्तमान समय में भारत की सडक़ों पर हर रोज लाखों गाडिय़ां दौड़ती हैं और ये गाडिय़ां जहरीला धुंआ छोड़ती हैं जो अनेकों बीमारियों का कारण बनती हैं। इसलिए हमें यह सोचने की जरूरत है कि अगर संभव हो सके तो सभी को ज्यादा से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करना चाहिए। अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए। अपनी गाड़ी का इस्तेमाल तब ही करें जब बहुत ही जरूरी काम हो। इसके अलावा एक ही गंतव्य पर जाना हो तो गाड़ी को पुल करना बेहतर है, इससे न केवल ईंधन व पैसे की बचत होगी बल्कि पर्यावरण प्रदूषण भी कम होगा। इसके अलावा जाम की समस्या से भी काफी हद तक निजात मिलेगी।
आसपास जाने के लिए वाहन की बजाय साइकिल या पैदल को दें महत्ता
कुलपति ने आम जन से आह्वान किया कि वे अपने आसपास की दूरी तय करने के लिए किसी वाहन की बजाय अगर साइकिल का इस्तेमाल करें या फिर पैदल चलें तो इससे प्रतिदिन सैकड़ों लीटर पेट्रोल की खपत कम होगी और पर्यावरण प्रदूषित होने से भी बचेगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों के अनुसार साइकिल चलाने व पैदल चलने से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ भी ठीक रहता है। यह एक बेहतर एक्सरसाइज है जो हृदय, रक्त वाहिकाओं और फेफड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करती है। चिकित्सकों के अनुसार रोजाना आधा घंटा साइकिल चलाने से पेट की चर्बी कम होती है और फिटनेस बरकरार रहती है। शरीर की मांसपेशियों को स्वस्थ और मजबूत बनाती है। इसके प्रयोग से इम्यून सिस्टम ठीक तरीके से काम करता है और थकान की वजह से अच्छी नींद लाने में मदद मिलती है। यह मनुष्य में तनाव के स्तर और डिप्रेशन को भी कम करती है। साइकिलिंग करके एक्स्ट्रा कैलोरी को बहुत ही आसानी से बर्न किया जा सकता है। सुबह-सुबह साइकिल चलाने व पैदल चलने से सारा दिन एनर्जी से भरा रहता है।