नौ साल से फरार तीन लाख का ईनामी बदमाश विनोद व उसका साथी पुलिस की गिरफ्त मे
भिवानी (रवि पथ ब्यूरो)
पिछले नौ साल से पुलिस के लिए सिरदर्द बना तीन लाख का ईनामी मोस्टवांटेड विनोद मिताथल आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। भिवानी पुलिस ने राजस्थान से विनोद मिताथल को दबोचा है। पुलिस की गिरफ्त में उसका एक साथी भी आया है। इसके अलावा विनोद के एक अन्य साथी रामा को राजस्थान पुलिस ने पकड़ा है। यह जानकारी सोमवार को पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने दी। अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने बताया कि विनोद मिताथल पिछल 9 साल से फरार चल रहा था। वह पैरोल पर जेल से आया था तथा अपने अपहरण को झूठा नाटक रचकर फरार हो गया था। एंटी व्हीकल थेफ्ट टीम के इंचार्ज कृष्णकुमार व सायबर सेल इंचार्ज रमेश कुमार को बीती सायं सूचना मिली कि राजस्थान के चुरू जिले के सरदारशहर पुलिस स्टेशन के गांव दुदलासर में विनोद झोपड़ी व तलघर बनाकर रह रहा है। इस पर पुलिस अधीक्षक द्वारा एंटी व्हीकल थेफ्ट टीम के इंचार्ज कृष्णकुमार व सायबर सेल इंचार्ज रमेश कुमार के नेतृत्व में एएसआई सुभाष, हितेंद्र, हेड कांस्टेबल रविकांत, सिपाही विकास, नरेंद्र व शिवकुमार की एक टीम बनाकर रवाना की गई। टीम ने सरदार शहर पहुंचकर वहां की स्थानीय पुलिस का सहयोग लिया और विनोद मिताथल व उसके साथी प्रवीण मालवास देवसर को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विनोद मिताथल मुकदमा संख्या 174 दिनांक 3 दिसम्बर 2003 में हत्या के मामले में पैरोल पर आया था हुआ था। विनोद ने वापिस जेल जाने से बचने के लिए 13 मार्च 2010 को अपने अपहरण का झूठा नाटक किया। जिस पर सदर थाना पुलिस ने मामला भी दर्ज किया था। पैरोल से फरार होने के बाद विनोद मिताथल के खिलाफ मामला भी दर्ज किया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विनोद मिताथल पर हत्या, हत्या के प्रयास, फिरौती व अपहरण जैसे 50 मामले दर्ज हैं,जिसमें से 12 मामलों में उसे सजा हो चुकी है। उक्त अपराधी की गिरफ्तारी हेतू भिवानी में 2 लाख रुपये, जिला रोहतक व झज्जर में क्रमश: 50-50 हजार रुपये इनाम पुलिस महानिदेशक द्वारा घोषित किया गया था।
प्रवीण वासी मालवास देवसर जोकि विनोद मिताथल का मुख्य सहयोगी रहा है, जिसने विनोद के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या, हनुमान प्रसाद व्यापारी का अपहरण, क्रेटा कार स्नेचिंग जैसी वारदातों को अंजाम दिया है, के मामले में भी आज गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पुलिस ने तीन 9 एममए पिस्टल व 6 राऊंड तथा 315 बोर के 9 राऊंड बरामद किए हैं।
डा.बावा की हत्या भी की थी विनोद ने
भिवानी के चर्चित डा.के.एल.बावा का अपहरण कर उसकी हत्या करने का मामला भी पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 12 दिसम्बर 2016 को विनोद मिताथल ने अपने साथियों सुनील वासी बजीणा, विक्की उर्फ काणा निवासी दादरी व अन्य के साथ मिलकर डा.के.एल.बावा का अपहरण करके हत्या करके बिरहीं छपार के जंगल में शव जला दिया। पीडि़त की गाड़ी फतेहगढ़ गांव के पास जला दी गई थी। इसके सम्बंध में मुकदमा संख्या 494 दिनांक 12 दिसम्बर भादंसं की धारा 302, 201, 435 व 34 सदर थाना दादरी दर्ज किया था। यह मामला सुलझा नहीं था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में विनोद ने इस हत्याकांड को अंजाम देने की बात कबूली है। हत्याकांड को अंजाम कैसे दिया गया, इस बारे में अभी पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा 9 अप्रैल 2018 को तेल मील व्यापारी हनुमान प्रसाद व उनके पुत्र का विनोद मिताथल द्वारा अपने सहयोगी प्रवीण वासी, प्रेम वासी गोपालवास व रामनिवास दुलरासर के साथ मिलकर अपहरण करके मारपीट की और बाद में छोड़ दिया गया। इस सम्बंध में मामला दर्ज कर किया गया था।